मंदसौर। प्रदेश में सत्ता में काबिज हुए कांग्रेस सरकार को एक साल से अधिक का समय हो गया है। नीमच और मंदसौर जिले में कई ऐसे अधिकारी और कर्मचारी है, जो भाजपा के नेताओं के इशारों पर रीमोट की तरह काम कर रहे है। चाहे आॅपरेशन क्लिन हो या फिर जनता से जुडे हुए मामले। सरकार भले ही कांग्रेस की हो, लेकिन बीजेपी नेताओं के काम नगरपालिका से लेकर कलेक्ट्रेट तक नहीं रूक रहे है, एक तरह से भाजपा नेताओं के प्रतिनिधि बनकर काम कर रहे है। कलेक्टर व भोपाल के अधिकारियों तक को गुमराह कर रहे है। गत दिनो नीमच, मंदसौर के प्रभावशाली कांग्रेसी नेताओं ने मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात कर बताया की एक साल बीत जाने के बावजूद कुछ अधिकारी भाजपा नेताओं के समक्ष दण्डवत होकर उनकी गुलामी कर रहे है और कांग्रेसी नेताओं व कार्यकर्ताओं को हड़का रहे है। कांग्रेसी नेताओं को कोई तवज्जो नही दे रहे,उनके काम नही कर रहे है। इससे कांग्रेस की इमेज को बट्टा लग रहा है। अधिकारियों की हरकतो के कारण आगामी त्रीस्तरीय पंचायत चुनाव व नगर निकाय चुनाव मे कांग्रेस को बहुत नुकसान उठाना पड़ेगा। ऐसे भ्रष्ट व भाजपाई मानसिकता वाले अधिकारियों को लूप लाईन मे डाला जाए। इसके बाद सीएम कमलनाथ ने अपने विश्वस्त कांग्रेसी नेताओं को कहा था कि ऐसे अधिकारियों की सूची तैयार की जाए। सीएम के आदेश के बाद नेताओ ने नीमच के आठ व मंदसौर के ग्यारह अधिकारियों की सूची तैयार कर ली है। जल्द ही दो दर्जन अधिकारियों की फाईल निपटना तय है।
बीजेपी नेताओं के इशारों पर काम कर रहे अधिकारियों की सूची तैयार